बचपन


सहज सरल निर्विकार बचपन 




पुरानी किताब में रखी 
पीपल के वो सूखे पत्ते
याद दिलाती बचपन की
भूली बिखरी यादें को
पीपल की छांव तले
दोस्तों संग खेलना
सहज सरल निर्विकार बचपन
कोई तो मुझको लौटा दे l

आम के बागों में ताजे फलों का स्वाद
वो कोयल की मीठी बोली
ठंडी हवाओं में अल्लर सा बचपन
दादी नानी के किस्से कहानियां
बेफिक्र मस्ती भरे पल
कोई तो मुझको लौटा दे l

छतों पर सोना
चांद तारों से बातें करना
हंसी ठिठोली के पल
बचपन की वो शरारतें
बारिश में भीगना
कोई तो मुझको लौटा दे l


            -© सचिन कुमार

 #बचपन
  picture credit  : self

















 

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