रुधिर का मोल

               रुधिर का मोल

उन वीर सपूतो के रुधिर का,
मोल तो कोई बतला दे ?

सिंचित किया इस धरा को,
जिन्होंने अपने रूधिर से,

अपना फर्ज निभा गए,
वो थे वीर बलिदानी,

राष्ट्र प्रेम की अमर कहानी,
लिख डाला अपने रुधिर से,

कतरा कतरा रुधिर बहा दी ,
मातृभूमि पर आँच न आने पाए,

वो पावन हो गई धरती ,
जिस पर गिरा रुधिर उन वीरो का,

धन दौलत से नहीं तौल सकते,
हम वीरो के रुधिर का मोल,

उन वीर जवानों के रुधिर का,
कण कण है अनमोल रतन  ,

मां भारती के बेटों के रूधिर का,
संपूर्ण राष्ट्र ऋणी है....!!!
   
                    -© Sachin Kumar 🖍

#pulwamaattack
#crpf_शहीदों_को_नमन

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुख के टुकड़े (कविता)

सूरज की पहली किरण (कविता)

ये जिंदगी (कविता)